नॉर्थ कोरिया में बैन: ‘आइसक्रीम’ और ‘हैम्बर्गर’ बोलना हुआ गुनाह 🚫
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने नागरिकों पर एक और अजीबोगरीब नियम थोप दिया है। इस बार निशाना साधा गया है रोज़मर्रा की भाषा पर। अब देश में आम बोलचाल में इस्तेमाल होने वाले कई विदेशी शब्दों पर बैन लगा दिया गया है। इनमें आइसक्रीम, हैम्बर्गर और कराओके जैसे बेहद सामान्य शब्द भी शामिल हैं।
सरकार का कहना है कि यह कदम “विदेशी और खासकर पश्चिमी प्रभाव” को भाषा से मिटाने के लिए उठाया गया है। नियमों के मुताबिक अब अगर कोई नागरिक “आइसक्रीम” मांगेगा तो उसे दिक़्क़त हो सकती है। इसकी जगह नए और मुश्किल शब्द तय किए गए हैं।
आइसक्रीम को अब कहा जाएगा “एसूकिमो” या “ओरमबोसुंगी”
हैम्बर्गर की जगह लेना होगा “दाजिन-गोगी ग्योप्पांग” (जिसका मतलब है- “डबल ब्रेड विद ग्राउंड बीफ”)
कराओके मशीन को कहा जाएगा “ऑन-स्क्रीन अकोम्पनिमेंट मशीन”
पहली नज़र में ये बदलाव मज़ाकिया लगते हैं, लेकिन उत्तर कोरिया के लोगों के लिए यह गंभीर मामला है। खासकर वे टूर गाइड्स और कर्मचारी, जो देश के नए लग्ज़री बीच रिसॉर्ट्स और पर्यटन स्थलों पर काम कर रहे हैं। अगर उन्होंने गलती से कोई “बैन” शब्द बोल दिया, तो उन्हें सज़ा का सामना करना पड़ सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम किम जोंग उन की उस रणनीति का हिस्सा है जिसके ज़रिए वे विदेशी और दक्षिण कोरियाई सांस्कृतिक असर को देश से हटाना चाहते हैं। हालांकि सवाल यह है कि क्या आम जनता इतनी आसानी से अपनी रोज़मर्रा की जुबान बदल पाएगी?
News Source – Money Control


