Zubeen Garg Death Case: मैनेजर और इवेंट ऑर्गनाइजर गिरफ्तार….
गुवाहाटी/नई दिल्ली।
असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने सोमवार को जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को गुवाहाटी लाकर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
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कहाँ से हुई गिरफ्तारी?
एएनआई और पुलिस सूत्रों के अनुसार,
श्यामकानु महंत को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया।
वहीं, सिद्धार्थ शर्मा को राजस्थान से पकड़ा गया।
गिरफ्तारी के बाद दोनों को गुवाहाटी लाया गया और SIT ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
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पहले से जारी था लुकआउट नोटिस
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में खुलासा किया था कि दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले ही लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। उन्हें 6 अक्टूबर तक CID के सामने पेश होने के लिए भी कहा गया था। लेकिन दोनों नोटिस को नजरअंदाज कर फरार हो गए थे। इसके बाद SIT ने दिल्ली और राजस्थान से दोनों को दबोच लिया।
क्या हैं आरोप?
जुबीन गर्ग की मौत की जांच में यह सवाल उठे थे कि उन्हें स्कूबा डाइविंग कराने के फैसले में किसकी भूमिका थी।
Morigaon पुलिस थाने में दर्ज FIR में आयोजक श्यामकानु महंत और मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा पर साजिश, लापरवाही और गैर-इरादतन हत्या (Culpable Homicide) जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
SIT अब यह जांच कर रही है कि कहीं इस हादसे के पीछे पूर्वनियोजित लापरवाही या दबाव तो नहीं था।
कब और कैसे हुई थी मौत?
जुबीन गर्ग की 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान डूबने से मौत हो गई थी।
वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे, लेकिन कार्यक्रम से पहले समुद्र में उतरे और हादसा हो गया।
डॉक्टर्स ने CPR देने के बावजूद उन्हें बचा नहीं पाए।
23 सितंबर को गुवाहाटी के कमरकुची गांव में उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
आगे की जांच
असम सरकार ने इस मामले की जांच CID और SIT को सौंपी है।
भारत सरकार ने सिंगापुर के साथ Mutual Legal Assistance Treaty (MLAT) के तहत मेडिकल रिपोर्ट्स, सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत मांगे हैं।
आने वाले दिनों में SIT दोनों आरोपियों से लंबी पूछताछ करेगी और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को भी खंगालेगी।
यह मामला अब सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि संभावित आपराधिक लापरवाही और साजिश के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस की अगली रिपोर्ट से यह साफ होगा कि जुबीन गर्ग की मौत एक दुखद दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है।


