ऑपरेशन महादेव का असर—पहलगाम हमले के लॉजिस्टिक सपोर्टर की हुई गिरफ्तारी..📌

श्रीनगर, 24 सितंबर 2025 — जम्मू-कश्मीर पुलिस को पहलगाम हमले की जांच में बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षा बलों ने कुलगाम जिले से मोहम्मद यूसुफ कटारिया नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने 22 अप्रैल को पहलगाम के बीसारन वैली में हुए आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को आश्रय, रास्ता और लॉजिस्टिक मदद उपलब्ध कराई थी।

 

कैसे पकड़ा गया आरोपी?

 

पुलिस ने बताया कि जुलाई में चलाए गए ऑपरेशन महादेव के दौरान जो हथियार और उपकरण बरामद हुए थे, उनकी फोरेंसिक जांच में यह साबित हुआ कि वे हथियार पहलगाम हमले में भी इस्तेमाल हुए थे। इन्हीं सुरागों से कटारिया की पहचान हुई और फिर बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

 

पहलगाम हमला – एक झलक

 

तारीख: 22 अप्रैल 2025

 

स्थान: बीसारन वैली, पहलगाम (जिला अनंतनाग)

 

हमला: भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया।

 

हताहत: लगभग 26 लोगों की मौत, कई घायल।

 

जिम्मेदारी: लश्कर-ए-तैयबा की छद्म शाखा The Resistance Front (TRF) पर संदेह।

 

 

ऑपरेशन महादेव का महत्व

 

28 जुलाई को सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन महादेव चलाया था, जिसमें तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। इनमें से एक हमले का मास्टरमाइंड बताया गया। इसी ऑपरेशन में जब्त हुए हथियारों की जांच से ही कटारिया का नाम सामने आया।

 

पुलिस का बयान

 

अधिकारियों के अनुसार —

 

> “कटारिया एक ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर काम कर रहा था। उसने आतंकियों को छिपने की जगह, परिवहन और स्थानीय सहयोग दिया। उसकी गिरफ्तारी से इस हमले के पूरे नेटवर्क को उजागर करने में मदद मिलेगी।”

 

 

 

आगे की कार्रवाई

 

गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे, किसने आर्थिक मदद की और किन-किन इलाकों में आतंकियों को शरण दी गई। जांच एजेंसियां मोबाइल डेटा, वित्तीय लेन-देन और कॉल रिकॉर्ड्स खंगाल रही हैं।

 

 

यह गिरफ्तारी साफ़ संकेत देती है कि सुरक्षा बल न सिर्फ आतंकियों को खत्म करने पर ध्यान दे रहे हैं, बल्कि उनके सहयोगी नेटवर्क को भी तोड़ने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं।

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